पंजशीर में कब्जे के लिए तालिबान और विद्रोही लड़ाकों में भीषण जंग छिड़ गई है. चारों से घेरा डाले तालिबान ने अंदर घुसने की कोशिशें तेज कर दी हैं तो विद्रोही लड़ाके भी उतनी ही ताकत से उन्हें जवाब दे रहे हैं लेकिन तालिबान अपने पाकिस्तानी गुरुओं के नक्शेकदम पर चलते हुए जमीनी जंग के अलावा पंजशीर के लिए दुष्प्रचार का हथियार भी जमकर आजमा रहा है. जंग के असल नतीजे से पहले ही जंग का रुख पलटने की कोशिशें दुनियाभर के इतिहास में दर्ज हैं. असल लड़ाई से पहले प्रचार की लड़ाई में दुश्मन को कमजोर साबित करना और उसके हार जाने की झूठी खबरें फैलाना जंग का ही हिस्सा माने जाते हैं, जिन्हें दिमागी तौर पर लड़ा जाता है. अफगानिस्तान में भी यही हो रहा है. आखिरी किले पंजशीर पर कब्जे की कोशिश में जुटा तालिबान रोज नई-नई चालों और अफवाहों के दम पर विद्रोहियों का हौसला तोड़ने की पुरजोर कोशिश कर रहा है. देखें ये एपिसोड.