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हार नहीं मानूंगा, रार नहीं ठानूंगा...

हार नहीं मानूंगा, रार नहीं ठानूंगा...

जिंदगी के 88वें बसंत में प्रवेश कर रहे पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी आज भी करोडो दिलों के चहेते नेता हैं. राजनीति की खुरदुरी जमीन से कविता की मखमली फर्श तक फैली है वाजपेयी की शख्सियत. विरोधियों की शातिर चाल से चाहने वालों के हुजूम तक दिखते हैं वाजपेयी की शख्सियत में हजारों रंग. उनकी चुटकी, उनका ठहराव, उनके शब्द और उनके बोलने की कला का पूरा देश लोहा मानता है.

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