हर आतंकी वारदात के बाद सरकार कहती है कि आतंक बर्दाश्त नहीं किया जाएगा पर फिर धमाका होता है औऱ तार तार हो जाता है सुरक्षा का सरकारी भरोसा आखिर क्यों.