हिंदुस्तान का संविधान कहता है कि बालिग होते ही किसी लड़के लड़की को अपनी मर्जी से शादी करने का हक़ है. लेकिन ऐसे लोगों की कमी नहीं, जो संविधान को नहीं मानते, बल्कि अपनी सड़ी गली परंपरा की गलियों में भटकते रहे हैं और उस परंपरा के लिए अपनों का खून बहाने में भी उनका दिल नहीं पसीजता. कहीं प्रेमी जोड़े को सरेआम गोलियों से उड़ा दिया जाता है तो कहीं इज्जत के नाम पर बेटी का खून कर दिया जाता है.