तिब्बती बौद्धों के सत्रहवें करमापा उग्येन त्रिनले दोर्जे अपने मठ की दानपेटी से निकली करेंसी के जाल में उलझ गए हैं. उनके मठ में साढ़े छह करोड़ से ज़्यादा की देसी-विदेशी मुद्रा कहां से आई, ये सवाल इतना पेचीदा ना होता, अगर करमापा के मठ से चीनी करेंसी ना मिली होती. अब करमापा सफाई दे रहे हैं कि सारा पैसा दान में मिला है, लेकिन जांच एजेंसियों का ये शक गहराता जा रहा है कि कहीं करमापा का चीन से कोई कनेक्शन तो नहीं.