कर्मचारियों को तनख्वाह देने के पैसे नहीं. विमानों में ईंधन भरवाने के भी पैसे नहीं. किंगफिशर एयरलाइंस के बारे में जब ये खबर आई, तब सबको लगा था कि विजय माल्या को भला पैसों की क्या कमी? वो किंगफिशर को अपने दम पर उबार लेंगे लेकिन ऐसा हुआ नहीं. बैंकों ने भी और लोन से इनकार कर दिया और अब किंगफिशर मैनेजमेंट को नहीं सूझ रहा कि ज़मीन पर खड़े विमानों को फिर से आसमान तक कैसे पहुंचाएं.