एक धमाका और लाखों लोगों के चिथड़े उड़ गये. इसके साथ ही धज्जियां उड़ गयी इंसानियत की. दुनिया के पहली बार देखा कि कैसे परमाणु बम के जहर ने लाखों लोगों की जिंदगी को मौत से भी बदतर बना दिया. जापान की सांस अटक गयी थी, दुनिया सहम गयी थी. एक बार फिर कुछ ऐसी ही आशंका जापान के परमाणु संयंत्र को लेकर की जा रही है.