पाकिस्तान की हुकूमत आज उस मोड़ पर खड़ी है, जहां एक तरफ सुप्रीम कोर्ट की फटकार है तो दूसरी तरफ फौज से टकराव. इन दोनों पाटों के बीच गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट में खुद प्रधानमंत्री युसूफ रजा गिलानी की पेशी है. सुप्रीम कोर्ट की उसी सुनवाई से ये तय होगा कि पाकिस्तान में लोकतंत्र की अगली तस्वीर कैसी होगी.