राजेश खन्ना की जिंदगी खुली किताब की तरह थी, फिर भला उनके वारिस का नाम कितने दिन रहस्यों में रहता. लोगों को लग रहा था कि शायद काका की तेरहवीं के बाद उनके वारिस के नाम से पर्दा हटेगा, लेकिन ये खबर तेरहवीं से पहले ही आ गई कि राजेश खन्ना ने अपनी मौत से पहले ही अपनी बेटियों के नाम कर दी अपनी सारी जायदाद.