जिस हिमालय से निकलने वाली गंगा-यमुना की धारा से मैदानी इलाके में जिंदगी गुलजार होती है, वही धारा पहाड़ पर मौत का वारंट लेकर घूम रही है. कभी जमीन धंसने तो कहीं पहाड़ के टूटने और कहीं पर आसमान से आफत की मूसलाधार बारिश ने जनजीवन ठप कर दिया है. सैकडों लोग लापता हैं, हजारों की जिंदगी मौत से बदतर हो गयी है और लाखों के भविष्य के लिए कुदरत दे रही है एक खतरनाक अल्टीमेटम.