प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की ईमानदार छवि और काम के प्रति लगन का ही नतीजा था कि 2009 में मनमोहन सिंह की दोबारा ताजपोशी हुई. लेकिन इस दूसरी पारी में उनके मंत्रियों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगते रहे और प्रधानमंत्री 'मौनी बाबा' बने रहे.