इतिहास अपने कदमों को घसीटकर अयोध्या के वर्तमान में आ खड़ा हुआ है. मंदिरों में भक्ति की घंटियां आज भी बज रही हैं, मस्जिदों में नमाज के लिए अजान सुनाई पड़ रहे हैं लेकिन भाईचारे की बुनियाद पर खड़ी एक धर्मनगरी राजनीति के भंवर में फंस गई है. अयोध्या की चौहद्दी पर खड़े होकर सियासत के सरमाएदार अपनी हुंकार सुना रहे हैं.