21वीं सदी की दुनिया पर ऐसा कहर कभी नहीं टूटा था कि दो लाख 20 हजार लोग एक अदृश्य वायरस के शिकार हो गए और ये सिलसिला थमेगा कब, ये पता नहीं. पूरी दुनिया इसका वायरस ढूंढ़ने में मशगूल है. लेकिन दुनिया की ऐसी हालत नहीं होती अगर चीन ने कोरोना महामारी को छह दिन तक छुपा कर नहीं रखा होता. छह दिन के उस धोखे की कीमत दुनिया चुका रही है. देखें विशेष.