आजतक पर रेलवे की तत्काल सेवा में दलाली के खेल का भांडाफोड़ हुए चार दिन गुजर चुके हैं लेकिन क्या रेलवे प्रशासन की नींद खुली है. क्या कोलकाता से रेल मंत्रालय चला रही रेल मंत्री ने इसकी कोई सुध ली है. क्या मुसाफिरों की मुसीबतें थोड़ी कम हुई है. इस बात की पड़ताल करने के लिए एक बार फिर हम वहीं पहुंचे जहां ये सारा गोरखधंधा चलता है.