दोस्ती के कबूतर उड़ाए, दगाबाजी का खंजर पीठ में झेला...धोखे में अपने जवानों का खून बहता भी देखा. चीन के साथ हिंदुस्तान के रिश्ते ऐसी ही रपटीली राहों पर आगे बढ़ते रहे. 50 साल में बहुत-कुछ बदल गया, लेकिन नहीं बदली, तो चीन की जमीनखोर मानसिकता...