हिंदुस्तान के दो बेटों ने अपना सिर कटा दिया ताकि हिंदुस्तान का सिर सलामत रहे और ऊंचा भी. वतन की सरहद को महसूज रखने के लिए दोनों ने मौत को गले लगाया. दोनों शहीदों की मौत से देश गमगीन हैं. दोनों के परिवार अपने बेटे की शहादत को सलाम करते हैं.