अच्छे दिन की उम्मीदों पर एक महीने के भीतर ही महंगाई कुंडली मारकर बैठ गई. तेल महंगा, रेल महंगी, सब्जी दाल महंगी, सोना भी महंगा हो गया है. ऐसे में लोग जिएं तो कैसे? लेकिन अब सरकार समझा रही है कि पैसा फेंको और अच्छे दिन देखो.