सवा सौ करोड़ जनता की उम्मीदों की लहर पर सवार होकर केंद्र में नरेंद्र मोदी की सरकार आई थी. महंगाई की आग में झुलसती जनता को उम्मीद थी कि मोदी कोई जादू चलाएंगे, महंगाई खत्म होगी और अच्छे दिन आएंगे. लेकिन यहां तो महंगाई और भी भड़क गई.