विज्ञान की प्रयोगशालाओं में अब तक मशीनें बनती थीं, केमिकल बनते थे. लेकिन क्या आप सोच सकते हैं कि लैब में इंसान भी बन सकता है? और वो भी क्लोनिंग या फिर टेस्ट ट्यूब की तकनीक से नहीं, बल्कि आर्टिफिशियल डीएनए से? यकीन नहीं होता, लेकिन सच यही है कि अमेरिका के वैज्ञानिकों ने वो तकनीक ढूंढ ली है, जिसके जरिए इंसान ही बनाएगा इंसान.