जम्मू कश्मीर में अलगाववादी नेता मसरत आलम की रिहाई नरेंद्र मोदी के लिए मुसीबत बन गयी है. जब कश्मीर में चुनाव हुए थे तो मोदी ने मुफ्ती सईद को गले से लगाया था तब शायद उनको यह अहसास भी न होगा कि वह जल्द ही मुफ्त की बदनामी भी सहनी पड़ेगी. संसद में हंगामा शुरू होने पर प्रधानमंत्री ने बयान दिया.
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