तबाही लोगों की जिंदगी भी तबाह करती है और लोगों का वजूद भी. उत्तराखंड में जो कुदरत ने तांडव किया, उसने भी तबाही की कुछ पुरानी इबारत ही लिखी. हजारों लोग पल-पल मौत से डरते, जिंदगी की आस में अब भी अटके हैं. चश्मदीद बताते हैं कि वैसे ही हजारों लोग उस तबाही के सैलाब में बह गए. सैकड़ों लोगों के बारे में अब तक किसी को कोई खबर तक नहीं. चार दिन पहले आया था महाविनाश का सैलाब.