मुंबई में हुए आतंकी हमलों को दो सप्ताह से ज्यादा हो गए हैं लेकिन आज भी माधवराव मारुति एटीएस प्रमुख करकरे पर की फायरिंग को नहीं भूल पाए हैं. माधवराव को मलाल है कि वह उस जाबांज को नहीं बचा पाए.