वो दिन दूर नहीं, जब करोड़ो लोगों की आस्था को समेटे पावन गंगा आंखों के सामने से ओझल हो जाए. जब गंगा को जिंदगी देने वाला गंगोत्री ग्लेशियर ही नहीं बचेगा, तो हालात ऐसे ही होंगे. इसरो की रिपोर्ट के मुताबिक पिछले 30 साल में गंगोत्री ग्लोशियर की लंबाई डेढ़ किमी. घट गई है.