विशेष में आज खास पेशकश देखें कि देश और दुनिया की महान धरोहर नालंदा विश्वविद्यालय और भूटान के बीच क्या कनेक्शन है. भूटान की महारानी का 3 वर्षीय नाती किस तरह नालंदा विश्वविद्यालय के चप्पे-चप्पे से वाकिफ है.ऐसा माना जा रहा है कि ट्रुएक वांगचुक अब से 824 साल पहले नालंदा विश्वविद्यालय में स्कॉलर रहे हैं और तब वहां वे शिक्षाविद वेरोचेना के नाम से चर्चित थे. महज तीन वर्ष के इस छोटे से बालक ने चार घंटे तक अपने अतीत को बताकर लोगो को आश्चर्यचकित कर दिया. यही नहीं इसने वह मुद्रायें भी अपने आप दिखाई जो नालंदा में पढ़ने वाले छात्रों को सिखाई जाती थी. इस बालक ने उस जगह को भी पहचान लिया जहां वह अध्यन किया करता था इसके अलावा उस कमरे की भी पहचान किया जिसमे वह रहता था.