28 फरवरी की रात को उत्तर भारत सूखे मौसम में सोया, लेकिन पहली मार्च को आंख खुली तो हिमालय, गंगा के मैदानी इलाके, और अरावली की पहाड़ियों तक बादल बरसते मिले. एक ताकतवर वेस्टर्न डिस्टर्बेंस की वजह से पूरे उत्तर भारत पर बादल छा गए. शनिवार की रात से हाल तक बादल रुक रुककर बरसते रहे.