जब से योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है, तब से उन्होंने चैन की सांस नहीं ली है. वो लगातार फैसले ले रहे हैं, जिससे सुस्त पड़ी ब्यूरोक्रेसी और पुलिस भी हरकत में आ गई है. साथ ही अपने विधायकों को भी ईमानदारी और सादगी की घुट्टी पिला दी. दरअसल योगी का ये अंदाज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरह है कि जनहित के काम शीशे की तरह बिल्कुल साफ हों.प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस देश के सामने विकास के लिए मेहनत का एक ऐसा आदर्श रखा, जो लुभाता तो बहुतों को है लेकिन उस पर चलना आसान नहीं. उस मुश्किल रास्ते को चुना है उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने. मोदी ने मुख्यमंत्री बनवाया तो योगी के लिए मोदी के सपने अपने हो गए.