उरी से नौगाम तक पाकिस्तान के भेजे आतंकवादियों से मोर्चा लेते हुए हमारे जवानों ने शहादत दी. पूरे देश को उनके बलिदान पर अभिमान है. गुरुवार को जब नौगाम में शहीद मदनलाल शर्मा का शव उनके गांव आया तो उनकी पांच साल की बेटी की मायूस आंखें बहुत कुछ कह गईं.