संपूर्ण बहुमत के साथ दिल्ली जीतने वाले मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का दर्द है कि मोदी सरकार और दिल्ली के उप राज्यपाल उनके साथ साजिश कर रहे हैं. केंद्र के इशारों से लगता है कि केजरीवाल को शासन चलाने में दिलचस्पी ही नहीं है. इन दोनों के बीच पिस रही है दिल्ली, जिसने दोनों पर भरोसा किया और कह रही है कि मेरा दर्द ना जाने कोय.