विशेष में आज देखिए, 'मैं और मेरा बनारस.' सुनिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बनारस प्रेम. सुनिए उन्हीं कि जुबानी उन्ही की कहानी. बनारस क्यों हैं प्रधानमंत्री मोदी के लिए खास. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए वाराणसी उनकी जिंदगी है. वाराणसी से अपने पुराने नाते को पांच साल पहले उन्होंने नई ऊंचाई दी और अब वाराणसी उनके लिए दूसरे घर जैसा है. प्रधानमंत्री पद की व्यस्तता के बावजूद वो जब तब वाराणसी पहुंचने का मौका निकाल ही लेते हैं. अब आप भी जानना चाहेंगे कि क्या है प्रधानमंत्री मोदी और उनके बनारस का नाता. प्रधानमंत्री मोदी तभी कहते हैं, शंकर. शंभू. बाबा विश्वनाथ, भोले नाथ. गंगा, गोदौलिया, अस्सी, चौका घाट, दशाश्वमेध, काल भैरव, संकट मोचन. ये सब एक शहर की चौहद्दी में समाए हुए मोहल्ले भर नहीं हैं मेरे लिए. और ना ही आध्यात्मिकता की किताबों से निकले हुए अनुष्ठान के अड्डे. बनारस सत्ता की मेरी यात्रा का प्रस्थान बिंदु है. मैं और मेरा बनारस. मैंने देखा है बनारस को शंकर का डमरू बनते हुए. मैंने देखा है बनारस को गंगा की लहर बनते हुए. मैंने देखा है बनारस को लहर की नाव बनते हुए. नाव की पतवार बनते हुए. मझधार बनते हुए. विश्वास का पारावार बनते हुए. देखिए मेरी पूरी कहानी.
Prime Minister Narendra Modi s love for Varanasi is not a hidden thing. Despite his busy schedule he visited Varansi several time. Not a single occasion missed by PM Modi. His love for Varansi is now created a history. The street of Kashi now changed. The Ghats of Kashi now became center of attraction. Many boats are running in Ganga. Varasni is the city of Lord Shiva. His blessings changed the life of Modi. After filing nomination in 2014 PM Modi come in power, with great majority. He dedicated his victory to Baba Vishwanath. Show the full episode of AAJ TAK special show Vishesh.