राजस्थान के उदयपुर में राजपूत करणी सेना के प्रदेश अध्यक्ष पर हमला करने वाले आरोपी को कोर्ट ने पांच दिन के रिमांड पर भेज दिया है. शुरुआती पूछताछ में आरोपी ने पुलिस को बताया कि वो पद से हटाए जाने को लेकर खफा था. इस हजह से उसने घटना को अंजाम दिया. उधर, प्रदेश अध्यक्ष की हालत खतरे से बाहर है.
दरअसल, आरोपी दिग्विजय सिंह को करीब चार महीने पहले ही राजपूत करणी सेना के जिलाध्यक्ष पद से हटाया गया था. इससे पहले वो राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना में उदयपुर जिलाध्यक्ष रह चुका है. इसके बाद वो पिछले तीन साल से श्री राजपूत करणी सेना में जिलाध्यक्ष था. इसी बात से वो नाराज चल रहा था. मगर, उसने प्रदेश पदाधिकारियों के सामने कभी खुलकर अपनी नाराजगी व्यक्त नहीं की.
आरोपी का आम आदमी पार्टी से संबंध
इसके बाद उसने यूनिवर्सिटी में मौका पाकर प्रदेश अध्यक्ष भंवरसिंह सलाडिया पर फायरिंग कर दी. वर्तमान में वो आम आदमी पार्टी (आप) से जुड़ा हुआ है. घटना के बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया था. इसके बाद पुलिस ने सोमवार को उसे उदयपुर कोर्ट में पेश किया. जहां कोर्ट ने उसे पांच दिन की रिमांड पर भेज दिया है. वहीं, प्रदेशाध्यक्ष भंवर सिंह सलाडिया की हालात खतरे से बाहर है.
बात करने के बहाने किया हमला
जानकारी के मुताबिक, यूनिवर्सिटी में संगठन के कार्यक्रम को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस चल रही थी. इसके खत्म होते ही श्री राजपूत करणी सेना के प्रदेशाध्यक्ष नाश्ता करने जा रहे थे. इसी दौरान दिग्विजय सिंह बात करने के बहाने से उनके पास पहुंचा और उन्हें एकांत में लेकर गया. फिर मौका मिलते ही उसने प्रदेशाध्यक्ष को गोली मार दी. इसके बाद वहां अफरा-तफरी मच गई. वहीं, कुछ लोगों ने आरोपी को पकडक़र पीटना शुरू कर दिया. फिर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर उसे बचाया.
हमें कानून पर विश्वास- अध्यक्ष
राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय कार्यसमिति अध्यक्ष विश्व बंधू राठौड़ ने कहा कि घटना के पीछे दिग्विजय सिंह को पद से हटाने के अलावा और भी कई कारण हो सकते हैं. इस बारे में पुलिस जांच कर रही है. हमें कानून पर विश्वास है. उन्होंने प्रशासन से निष्पक्ष और बिना दबाव के जांच की मांग की है. उन्होंने कहा कि वो नहीं चाहता कि पुलिस की थोड़ी सी भी चूक देश के अंदर एक आग पैदा कर दे.
जिलाध्यक्ष रहते हुए असामाजिक गतिविधियों में था शामिल
इस मामले में एसपी भुवन भूषण यादव ने बताया कि राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय कार्यसमिति अध्यक्ष विश्वबंधु राठौड़ ने आरोपी दिग्विजय सिंह के खिलाफ मामला दर्ज कराया है. उन्होंने बताया कि आरोपी दिग्विजय उदयपुर जिलाध्यक्ष के पद पर रहते हुए कई असामाजिक गतिविधियों में शामिल था. इसी वजह से उसे पद से हटाया गया था. आरोपी ने भंवर सिंह सलाडिया को उदयपुर आने पर देख लेने की धमकी भी दी थी.
आरोपी के खिलाफ मारपीट और अवैध शराब तस्करी के सात मामले अलग-अलग थानों में दर्ज हैं. इनके बीच पद से हटाने का विवाद है या फिर कुछ ओर इसे लेकर पुलिस मामले की जांच कर रही है. वहीं, थानाधिकारी भरत योगी ने कहा कि आरोपी से पांच दिन की रिमांड के दौरान और भी कई खुलासे हो सकते हैं.
पहले भी हो चुका है सलाडिया पर हमला
बता दें, इससे पहले अक्टूबर 2022 में भी भंवरसिंह सलाडिया पर हमला हुआ था. वो बांसवाड़ा से अपने घर जा रहे थे. इस दौरान चंदू जी का घड़ा इलाके में दो काले रंग की जीप से उनका पीछा किया गया था. इसके बाद एक जीप ने पेट्रोल पंप के पास उनकी गाड़ी को ओवरटेक करने की कोशिश की. इस दौरान दूसरी जीप से उनके ऊपर फायरिंग की गई. इस हमले में वो बाल-बाल बच गए थे. इस संबंध में उन्होंने बांसवाड़ा के घाटोल थाने में शिकायत दर्ज कराई थी. इस मामले में थानाधिकारी राजवीर सिंह ने बताया कि अभी इसमें जांच चल रही है.