राजस्थान के करौली जिले में लगातार बारिश की वजह से नदी-नाले पूरी तरह उफान पर हैं. वालेर सड़क मार्ग पर फजीतपुरा में तीन युवक बीती रात नाले में बह गए जिन्हें कड़ी मशक्कत के बाद ग्रामीणों ने अपने प्रयास से बाहर निकाला.
वहां मौजूद लोगों ने बताया कि नाले में लगातार पानी आने से लोगों को आने-जाने में परेशानी हो रही है. लोगों ने कहा कि वहां से गुजर रह टैंकर पर दो युवक सवार हो गए और नाले को पार करने लगे.
ड्राइवर ने जैसे ही पानी का टैंकर नाले में उतारा वैसे ही तेज बहाव होने के कारण टैंकर और ट्रैक्टर पानी में बहने लगे. गहरे पानी में जाने से ट्रैक्टर बह गया और तीनों युवक भी ट्रैक्टर के साथ बह गए. नाले के पास दोनों तरफ मौजूद लोगों ने शोर मचाकर ग्रामीणों को इकट्ठा किया. इसके बाद काफी दूर जाकर पेड़ और पत्थरों की वजह से ट्रैकर अटक गया.
फिर तीनों ही युवकों को लोगों ने रस्सी के सहारे बाहर निकाल लिया जिसमें ट्रैक्टर ड्राइवर घायल हो गया. उसे करणपुर स्वास्थ्य केंद्र पर उपचार के लिए भर्ती कराया गया है जहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे छुट्टी दे दी गई.
नाले में पानी भर जाने के बाद भी गांव के लोग जान जोखिम में डालकर नाले को पार करने के लिए मजबूर है क्योंकि कोई दूसरा रास्ता नहीं है. ग्रामीणों का आरोप है कि प्रशासन मूकदर्शक बनकर बरसात के मौसम में बैठा रहता है और आपदा प्रबंधन सिर्फ कागजों में होता है.
आजादी के 75 साल बाद भी यहां के लोगों को जान जोखिम में डालकर इस नाले को पार करना पड़ता है. यह मार्ग करणपुर उप तहसील को बालेर के रास्ते सवाई माधोपुर से जोड़ता है. यही वजह है कि इस रास्ते पर आवागमन भी बहुत रहता है. दर्जनों गांवों का रास्ता नाले में पानी भरने पर प्रभावित हो जाता है.