राजस्थान के अजमेर के श्रीनगर थाना पुलिस ने एक लड़की की हत्या के मामले में सनसनीखेज खुलासा किया है. पुलिस का कहना है कि लड़की की हत्या उसकी ही मां और भाई ने की थी. पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया है. जांच में पता चला है कि लड़की किसी युवक से फोन पर बात करती थी. यह बात उसकी मां और भाई को नागवार गुजरी. उन्होंने कुल्हाड़ी से लड़की की हत्या कर दी और लाश कुएं में फेंक दी.
पुलिस के अनुसार, लड़की की हत्या 26 अप्रैल को की गई थी. उसका शव मानपुरा के जंगल में 29 अप्रैल को कुएं में मिला था. पुलिस ने बताया कि मृतका सोनू के परिजनों ने श्रीनगर थाना पुलिस से शिकायत कर कहा था कि बेटी लापता हो गई है. इसके बाद 29 अप्रैल को सोनू की लाश झाड़ियों में होने और कुछ दूरी पर चप्पल मिलने की बात पुलिस को बताई थी.
परिजनों ने लड़की के साथ गैंगरेप कर हत्या करने का भी अंदेशा जताया था, लेकिन पुलिस ने जब जांच शुरू की तो इस मामले में परिजनों पर ही शक होने लगा. शक होने के बाद पुलिस ने मृतका के परिजनों को भी जांच के दायरे में ले लिया. पुलिस ने परिजनों से सख्ती से पूछताछ की तो सोनू की मां और उसके भाई के बयानों में अलग-अलग बातें सामने आईं. इससे पुलिस का शक और गहरा गया.
आरोपी मां ने कहा- वह उसी लड़के के साथ रहना चाहती थी
पुलिस ने इस मामले में सोनू की मां शांति बेगम से पूछताछ की तो उसने जुर्म कबूल कर लिया. सोनू की मां शांति बेगम ने पुलिस को बताया कि सोनू की शादी बचपन में ही कर दी गई थी, लेकिन वह अपनी ससुराल न जाकर किसी अन्य लड़के से फोन पर बात करती थी और उसी के साथ रहना चाहती थी. कई बार समझाने की कोशिश की, लेकिन वह नहीं मानी.
इस बात को लेकर शांति बेगम ने गुस्से में आकर 26 अप्रैल की दोपहर में सोनू के सिर पर कुल्हाड़ी से वार कर उसकी हत्या कर दी. इसके बाद रात को बेटे हनीफ के साथ लाश जंगल ले गई और कुएं में फेंक दिया.
पुलिस की इस टीम ने किया हत्याकांड का खुलासा
हत्याकांड का खुलासा करने में श्रीनगर थाना प्रभारी राजेश कुमार मीणा, एएसआई हनुमानलाल, दीवान जयपाल सिंह, उगमाराम, सिपाही विक्रम, प्यारेलाल, महेंद्रपाल, रामजीलाल जयदेव, इंद्रसिंह, हंसराज, जसवंत सिंह, शिवराज, धारुलाल और महिला सिपाही ममता शामिल रहीं.