Rajasthan News: अजमेर में एक प्राइवेट अस्पताल के मालिक और प्राइवेट डॉक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. कुलदीप शर्मा के मकान पर अजमेर विकास प्राधिकरण (ADA) ने बुलडोजर चलाकर तोड़फोड़ की कार्रवाई की. इस दौरान डॉ. शर्मा ने एडीए की टीम पर मारपीट का गंभीर आरोप लगाया है. इस घटना से नाराज प्राइवेट डॉक्टर एसोसिएशन से जुड़े चिकित्सकों ने क्रिश्चियन गंज थाने में शिकायत दर्ज कर निष्पक्ष जांच की मांग की है. साथ ही, दोषी अधिकारियों को सस्पेंड करने की मांग करते हुए हड़ताल की चेतावनी दी है.
डॉ. कुलदीप शर्मा ने बताया कि उन्होंने चार साल पहले एडीए से नीलामी के जरिए एक आवासीय प्लॉट खरीदा था और सभी नियमों का पालन करते हुए उस पर मकान बनाया था. इसके बावजूद, गुरुवार को एडीए की टीम बिना किसी पूर्व नोटिस के उनके मकान पर पहुंची और जेसीबी से तोड़फोड़ शुरू कर दी.
डॉ. शर्मा ने कहा, "मैं और मेरी पत्नी ड्यूटी पर थे. उस समय घर पर मेरे दो नाबालिग बच्चे पढ़ाई कर रहे थे. एडीए की टीम ने बच्चों को धक्का देकर बाहर निकाला और मकान तोड़ना शुरू कर दिया."
डॉक्टर ने आगे बताया कि पड़ोसियों से सूचना मिलने पर जब वह मौके पर पहुंचे तो एडीए के कर्मचारियों ने उनके साथ मारपीट की. उन्हें कॉलर पकड़कर धक्का दिया गया और पुलिस जीप में बैठाकर क्रिश्चियन गंज थाने ले जाया गया. दूसरी ओर, एडीए का दावा है कि मकान पूरी तरह से अतिक्रमण था, क्योंकि नीलामी में दी गई जमीन से ज्यादा क्षेत्र पर निर्माण किया गया था.
प्राइवेट डॉक्टर्स में आक्रोश
डॉ. कुलदीप शर्मा के साथ मारपीट और मकान तोड़ने की घटना की सूचना मिलते ही प्राइवेट डॉक्टर एसोसिएशन से जुड़े सैकड़ों चिकित्सक क्रिश्चियन गंज थाने पहुंच गए और जमकर विरोध प्रदर्शन किया. डॉक्टर्स ने इस घटना को अमानवीय और अन्यायपूर्ण करार देते हुए दोषी अधिकारियों और कर्मचारियों को तुरंत सस्पेंड करने की मांग की.
प्राइवेट डॉक्टर एसोसिएशन के सचिव पंकज तोषनीवाल ने कहा, "डॉक्टर के साथ जो अत्याचार और मारपीट की गई है, उसके खिलाफ हम चुप नहीं रहेंगे. जब तक दोषी अधिकारियों को सस्पेंड नहीं किया जाता, तब तक हम हड़ताल पर रहेंगे."
प्रशासन और पुलिस की मौजूदगी
सूचना मिलने पर एडीएम सिटी गजेंद्र सिंह, एडिशनल एसपी हिमांशु जांगिड़, डीएसपी रुद्र प्रकाश, भाजपा जिला अध्यक्ष रमेश सोनी, डिप्टी मेयर नीरज जैन सहित कई भाजपा कार्यकर्ता क्रिश्चियन गंज थाने पहुंचे और डॉक्टर्स को समझाने की कोशिश की. इसके बाद, डॉक्टर्स क्रिश्चियन गंज थाने से जिला कलेक्ट्रेट पहुंचे, जहां कलेक्ट्रेट सभागार में जिला कलेक्टर लोकबंधु और अजमेर एसपी वंदिता राणा सहित अन्य अधिकारियों के साथ वार्ता हुई. डॉ. शर्मा ने पूरे घटनाक्रम की जानकारी देते हुए निष्पक्ष जांच और दोषी अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की.
जांच कमेटी का गठन
इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जिला कलेक्टर लोकबंधु ने एक जांच कमेटी गठित की है. कमेटी की अध्यक्षता अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट गजेंद्र सिंह राठौड़ करेंगे, जिसमें अजमेर विकास प्राधिकरण की निदेशक (वित्त) प्रतिभा चूंडावत, तहसीलदार ओम सिंह लखावत और सहायक विधि परामर्शी नंदकिशोर शामिल होंगे. हालांकि, डॉक्टर्स ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं, तो वे अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे, जिससे शहर की स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हो सकती हैं.