वैसे तो आए दिन नए तरह के आविष्कार होते रहते हैं. लेकिन अलवर के लक्ष्मणगढ़ के लिली गांव के रहने वाले पॉलिटेक्निक छात्र ने एक ऐसा डिवाइस तैयार किया है जो महिलाओं के लिए मददगार साबित हो सकता है. महिलाओं के साथ आए दिन होने वाली घटनाओं को देखते हुए गांव के विवेक चौधरी ने एक ऐसा डिवाइस तैयार किया है जो पल भर में बटन दबाते ही एक्टिव हो जाएगा. युवती व महिलाओं से छेड़छाड़ करने वाला व्यक्ति जब उन्हें टच करेगा तो उसे करंट लगेगा. साथ ही पीड़िता के एक इशारे पर उसकी लोकेशन और अलर्ट मैसेज उसके तीन रिश्तेदारों के नंबर पर पहुंच जाएगी. विवेक ने यह डिवाइस जूते में लगाया है. जूते को महिलाएं हमेशा पहन सकती हैं. जिससे डिवाइस हमेशा उनके साथ रहेगा.
कैसे आया डिवाइस बनाने का ख्याल?
लक्ष्मणगढ़ के लिली गांव में रहने वाला विवेक चौधरी पुत्र राजू सिंह चौधरी पॉलिटेक्निक अंतिम वर्ष की पढ़ाई कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि समाज में बढ़ते महिला अपराध को देखते हुए उनके मन में एक डिवाइस बनाने का ख्याल आया और इस पर उन्होंने काम शुरू कर दिया. उस समय सबसे बड़ा सवाल था कि डिवाइस कैसे काम करेगा और वो किस तरह से महिलाओं के पास हमेशा रह सकता है. डिवाइस के बारे में सामने वाले व्यक्ति को कोई जानकारी भी नहीं मिल पाए यह भी जरूरी था. इसलिए जूते की मदद से विवेक ने डिवाइस तैयार करने का फैसला लिया. क्योंकि ऑफिस हो या मॉर्निंग वॉक आज के समय महिलाएं भी पुरुषों की तरह हमेशा जूते पहनती हैं.
तीन नंबरों पर पहुंचेगी लोकेशन
अगर किसी महिला को लगता है कि कोई उसके साथ छेड़छाड़ व गलत हरकत कर सकता है. तो वो जूते की एड़ी को तेजी से दबाएगी. ऐसे में करंट वाला डिवाइस एक्टिव होगा और जैसे ही वो व्यक्ति छूने की कोशिश करेगा उसे तेज झटका लगेगा. साथ ही दूसरे जूते में जीपीएस सिस्टम भी लगा है. जूते में लगे बटन को दबाते ही पीड़िता की लोकेशन उसके परिजनों के तीन नंबरों पर पहुंच जाएगी. जिससे वो लोग अलर्ट हो जाएंगे और तुरंत पीड़िता तक पहुंच सकेंगे.
इशारे पर एक्टिव होगा डिवाइस
जूते में डिवाइस एक्टिव करने के लिए बटन लगाए गए हैं. अगर करंट का डिवाइस एक्टिव करना है. तो जूते की एड़ी तेजी से दबानी होगी. इस पर तुरंत डिवाइस एक्टिव होगा. साथ ही अगर एसओएस लोकेशन मैसेज भेजना है तो जूते के साइड में एक बटन होगा. उसको दूसरे जूते से दबाना होगा. डिवाइस ऑपरेट करने की प्रकिया जूते पहनने वाले को करनी होगी.
डिवाइस में क्या-क्या लगा है
विवेक ने बताया कि इन जूते को डब्लूएसएस नाम दिया गया है. जूते में डिवाइस लगाने का खर्चा 3500 रुपए आया है. इस डिवाइस में आईसी, बटन, एलईडी, वोल्टेज बूस्टर, लिथियम बैटरी, सेंसर, जीपीएस जैसे कई डिवाइस लगाए गए हैं. एक बार बैटरी चार्ज होने पर 100 झटके लगा सकते हैं. दो माह में इन डिवाइस को तैयार किया गया है.
पुलिस अधिकारियों के सामने दिया प्रेजेंटेशन
विवेक ने बताया कि वो इन जूट का पेटेंट करवा रहे हैं. इस डिवाइस का प्रजेंटेशन उन्होंने पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों के सामने दिया. इसको देखकर अधिकारी खुश नजर आए. इस दौरान अधिकारियों ने उसकी मदद करने की बात कही और उसके मॉडल को प्रदेश स्तर पर पहुंचने भरोसा दिया. विवेक का जूता और उनका डिवाइस सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गया है और लगातार विवेक के आविष्कार की चर्चा हो रही है.