राजस्थान के अलवर में दो जगह हुई फायरिंग की घटनाओं का पुलिस ने खुलासा करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस का कहना है कि आरोपी ने पुलिस एक्शन से बचने के लिए पहले फायरिंग की, फिर झूठा केस दर्ज करवा दिया, लेकिन जांच में साजिश का खुलासा हो गया. आरोपी को जंगल से गिरफ्तार कर लिया है.
पुलिस के अनुसार, घटना का मुख्य आरोपी तार मोहम्मद है. पहली घटना 26 जनवरी को मनु मार्ग पर हुई. इस मामले में संजय खान नाम के युवक पर तार मोहम्मद ने फायरिंग की. संजय खान ने जब तार मोहम्मद के खिलाफ केस दर्ज कराया तो पुलिस से बचने के लिए तार मोहम्मद ने अपने दोस्त दीपक के साथ मिलकर साजिश रची और संजय को फंसाने के लिए उसके खिलाफ झूठा केस दर्ज कराने की तैयारी की.
डिप्टी एसपी अंगद शर्मा ने बताया कि 26 जनवरी को अलवर शहर के मनु मार्ग पर संजय खान नाम के युवक के गोली लगी. इस मामले में संजय ने तार मोहम्मद और उसके दोस्त दीपक शर्मा के खिलाफ केस दर्ज कराया. इसके एक दिन बाद 27 जनवरी को राठ स्कूल के सामने गोली चलने का मामला सामने आया. यहां दीपक शर्मा नाम के युवक की गोली लगी. दीपक ने कहा कि सरजीत और उसके बेटे संजय ने उस पर फायरिंग की.
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इस मामले में पुलिस ने जांच पड़ताल शुरू की. तीन थानों की पुलिस ने तार मोहम्मद का पीछा करते हुए उसको गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ में तार मोहम्मद ने बताया कि 26 जनवरी को उसने और दीपक ने पैसे को लेकर संजय पर देसी कट्टे से फायर किया था. संजय ने उसके खिलाफ कोतवाली में केस दर्ज करवाया. ऐसे में तार मोहम्मद और दीपक ने संजय को फंसाने के लिए उस पर झूठा केस करने की योजना बनाई. पुलिस को बताया कि उस पर संजय ने गोली चलाई है.
पुलिस ने इस मामले में 39 वर्षीय तार मोहम्मद उमर निवासी अकबरपुर और दीपक शर्मा को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने बताया कि तार मोहम्मद आदतन अपराधी है. पहले से इसके खिलाफ मामले दर्ज हैं. घटना के बाद से यह फरार चल रहा था. पुलिस ने शहर से दूर जंगलों से इसको गिरफ्तार किया है. इस मामले में दोनों से पूछताछ की जा रही है. कुछ और लोगों की भी गिरफ्तारी हो सकती है.