राजस्थान कांग्रेस में सुलह की कोशिशें एक बार फिर से फेल हो गई हैं. कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल कांग्रेस में एकजुटता कराने और एकजुटता का संदेश देने के लिए जयपुर आए थे. कांग्रेस के अस्पताल रोड स्थित वार रूम में पॉलिटिकल अफ़ेयर कमेटी की मीटिंग रखी गई, जिसमें मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट दोनों शामिल हुए.
मीटिंग खत्म होने पर केसी वेणुगोपाल ने पूरी कांग्रेस को एकजुट बताया, लेकिन केसी वेणुगोपाल के जाते ही उसी जगह पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सचिन पायलट का नाम लिए बिना कहा कि दो बार हमारी सरकार गिराने की कोशिश की गई, यह चुनाव में मुद्दा रहेगा. गहलोत ने लंबे समय बाद और राहुल गांधी के साथ गहलोत-पायलट की संयुक्त मीटिंग के बाद पहली बार पायलट के बग़ावत वाले मसले को फिर से छेड़ा है.
गहलोत ने कहा कि पत्रकारों को छोटे-मोटे विवाद पर हमारे नेताओं को लड़ाने की कोशिश नहीं करनी चाहिए. पत्रकार तड़का लगाने के चक्कर में विवाद पैदा करते हैं. बता दें कि पॉलिटिकल कमेटी की अगली बैठक 18 अगस्त को फिर से होगी.
बता दें कि केसी वेणुगोपाल चुनावी तैयारियों को लेकर बैठक लेने आए थे, लेकिन जिन नेताओं को पॉलिटिकल अफ़ेयर कमेटी में रखा गया है, उनमें से ज़्यादातर की खबर गहलोत ने जमकर ली. कुछ नेताओं के ओबीसी आरक्षण को लेकर बयान दिए, तो कुछ के टिकट और मीडिया में दिए बयानों को लेकर सीएम ने नाराजगी जाहिर की.