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लाइन, लॉयल्टी और लोकतंत्र... इशारों-इशारों में अशोक गहलोत ने सचिन पायलट पर कसा तंज

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट के बीच की खींचतान थमने का नाम नहीं ले रही है. इसके साथ ही पायलट की तमाम कोशिशों के बावजूद कांग्रेस आलाकमान का भरोसा गहलोत पर कायम है. इसी बीच गुरुवार को गहलोत ने इशारों ही इशारों में पायलट को सियासी नसीहत दे दी.

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सचिन पायलट और अशोक गहलोत. (फाइल फोटो)
सचिन पायलट और अशोक गहलोत. (फाइल फोटो)

राजस्थान कांग्रेस में इन दिनों घमासान मचा हुआ है. सचिन पायलट और सीएम अशोक गहलोत के बीच की तल्खी ने सियासी पारा हाई कर दिया है. एक ओर पायलट ने अपनी ही सरकार के खिलाफ यात्रा शुरू कर दी. तो वहीं, गहलोत ने स्वर्गीय पंडित नवल किशोर शर्मा की मूर्ति अनावरण कार्यक्रम में इशारों ही इशारों में जुबानी हमला बोल दिया.
 
मुख्यमंत्री गहलोत ने पायलट को टारगेट करते हुए कहा, "मैंने कोशिश की सबको साथ लेकर चलूं. लोकतंत्र में कामयाब वहीं होता है जो सबको साथ लेकर चलता है. जो गुटबाजी पैदा करता है वो कभी कामयाब नहीं होता. जब मैं मुख्यमंत्री बना तो सबको चुन-चुनकर कैबिनेट मंत्री बनाया".

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पार्टी के प्रति लॉयल्टी होनी चाहिए- गहलोत

गहलोत ने कहा, "एक कहावत है कि अपनी लाइन बड़ी खींच दो, दूसरों की लाइन मत काटो. मैंने पार्टी के लिए जी जान लगा दी. नेता के प्रति विश्वास जीतने के लिए प्रतिबद्ध रहना पड़ता है. इसलिए सोनिया गांधी ने मौका दिया. पार्टी के प्रति लॉयल्टी होनी चाहिए".

'आग लगाना आसान होता है, बुझना नहीं'
 
वहीं, केंद्र सरकार पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि जो सत्ता में बैठे हुए हैं, उन्होंने आजादी के लिए कभी उंगली भी नहीं कटवाई. इंदिरा जी ने खालिस्तानियों के विरोध में जान दे दी. यह लोग धर्म के नाम पर बांट देते हैं. आग लगाना आसान होता है, बुझना नहीं. 

'संविधान की मूलभावना को खत्म किया जा रहा'

गहलोत ने कहा कि हिंसा राजनीति से कुछ नहीं होता. सच्चाई का कोई विकल्प नहीं होता और कांग्रेस सच के साथ है. संविधान की मूलभावना को खत्म किया जा रहा है. बीजेपी जानबूझकर एक भी मुसलमान को टिकट नहीं देती है. यूपी और कर्नाटक चुनाव इसका गवाह है. बीजेपी को ये याद रखना चाहिए कि मुसोलिनी और हिटलर की तानाशाही भी एक दिन खत्म हो गई थी.

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ashok gahlot in jaipur

तेरा गुरु अशोक गहलोत है- शांति धारीवाल

वहीं, गहलोत की सराहना करते हुए कैबिनेट मंत्री शांति धारीवाल ने कहा कि नवल किशोर शर्मा ने उनसे कहा था कि तेरा गुरु अशोक गहलोत है. उसकी हर बात को मानना. अशोक गहलोत वो इंसान हैं, जिन्होंने अच्छे-अच्छों को पानी पिला दिया. 

जोशी ने गहलोत और पायलट पर ली चुटकी

इसके बाद इशारों ही इशारों में राजस्थान विधानसभा के स्पीकर सीपी जोशी ने गहलोत और पायलट पर चुटकी ली. उन्होंने कहा कि नौजवान को नवल किशोर से सीखना चाहिए. सरकार रिपीट करने के लिए हमें नवल किशोर को समझना होगा. उन्होंने हमेशा नई पीढ़ी को आगे बढ़ाने का काम किया. नेताओं को यह सोचना होगा कि अपनी महत्वाकांक्षा को पार्टी के हित में कैसा जोड़ा जाए. नवल कभी मुख्यमंत्री नहीं बनना चाहते थे, वो पार्टी को मजबूत करना चाहते थे.

 

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