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घूस, गिरफ्तारी और सस्पेंशन... जानें कौन हैं भ्रष्टाचार की आरोपी ASP दिव्या मित्तल

घूसखोरी के मामले को लेकर राजस्थान पुलिस की सीनियर आरपीएस दिव्या मित्तल सुर्खियों में हैं. गिरफ्तारी के बाद राज्य सरकार ने उन्हें सस्पेंड भी कर दिया है. दिव्या का विवादों से पुराना नाता रहा है. ये पहली बार नहीं है नौकरी करते हुए उन पर आरोप लगा हो. इससे पहले भी उन पर आरोप लग चुके हैं. उदयपुर डीएसपी रहते हुए उन पर गंभीर आरोप लगे थे.

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एएसपी दिव्या मित्तल सस्पेंड
एएसपी दिव्या मित्तल सस्पेंड

राजस्थान में दो करोड़ रुपये की रिश्वत मामले में गिरफ्तारी के बाद दिव्या मित्तल को निलंबित कर दिया गया है. राजस्थान के साथ ही देश में ये मामला सुर्खियों में है. मामले को लेकर राज्य सरकार काफी सख्त दिख रही है.

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गौरतलब है कि एएसपी दिव्या मित्तल मूल रूप से हरियाणा की रहने वाली हैं, लेकिन उनका परिवार करीब 45 साल पहले हरियाणा से चिड़ावा शिफ्ट हो गया था. उनके पिता ने चिड़ावा में ट्रैक्टर एजेंसी खोली थी. इसके बाद उनके दो भाइयों ने प्राइवेट बस और माइनिंग आदि का भी बिजनेस किया. 

दिव्या मित्तल की स्कूल और कॉलेज की​ शिक्षा चिड़ावा में हुई है. साल 2010 में आरएएस की परीक्षा पास करने के बाद दिव्या मित्तल को आरपीएस बनने का मौका मिला. इसके बाद उन्होंने जयपुर में ट्रेनिंग की. उनकी पहली पोस्टिंग उदयपुर में हुई. करीब छह साल तक उदयपुर में रहने के बाद उन्हें आबकारी विभाग से एपीओ (Awaiting Posting Order) होना पड़ा था.

दिव्या मित्तल ने अपना डीएसपी का प्रशिक्षु कार्यकाल उदयपुर में पूरा किया. इसके बाद उदयपुर जिले के गिर्वा, जीआरपी में डीएसपी रहीं. करीब दो साल से अधिक समय तक दिव्या मित्तल आबकारी विभाग उदयपुर में डीएसपी रहीं. इस दरमियान उन पर शराब माफियाओं से सांठ-गांठ के आरोप लगे और उन्हें एपीओ होना पड़ा था. 

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दो महीने तक एपीओ रहने के बाद दिव्या मित्तल ने एक बार फिर उदयपुर में एंट्री तो ले ली, लेकिन उन्हें फील्ड पोस्टिंग नहीं मिली. उन्हें असिस्टेंट कमांडेट खैरवाड़ा में लगाया गया था. यहां साल भर रहने के बाद उन्होंने करीब दो साल का कार्यकाल टोंक में बिताया. 

करीब दो साल से वो एसओजी अजमेर में एएसपी के पद पर कार्यरत थीं. बताया जाता है कि उदयपुर में ही पोस्टिंग के दौरान दिव्या मित्तल को उदयपुर इतना भा गया कि वे कभी उदयपुर छोड़ना नहीं चाहती थीं. यही कारण है कि उन्होंने फॉर्म हाउस की आड़ में एक आलीशान रिसोर्ट बना लिया. 

चिड़ावा में अब बस उनके माता-पिता रहते हैं. दिव्या का एक भाई पिलानी में रहता है और वहीं पर एल्यूमिनियम के सामान का काम करता है. इसके साथ ही एक भाई प्रॉपर्टी आदि का काम करता है.

गौरतलब है कि रिश्वत के मामले में दिव्या के खिलाफ राजस्थान के भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) की जयपुर टीम ने कार्रवाई की थी. एसीबी ने दिव्या को अजमेर स्थित उनके निजी आवास पर तलाशी लेने के बाद गिरफ्तार किया था.

(रिपोर्ट- नैना शेखावत)

 

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