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राजस्थान के कई ग्रामीण इलाकों में आए दिन झोलाछाप डॉक्टर गलत इलाज करके लोगों की जान ले रहे हैं. इसी क्रम में बाड़मेर जिले में 8 साल के जसराज की झोलाछाप डॉक्टर ने गलत इंजेक्शन लगाने से जान ले ली. परिवार और समाज के लोग मेडिकल स्टोर के आगे ही धरने पर बैठ गए हैं.
जानकारी के अनुसार, 8 वर्षीय जसराज को पिछले 2 दिन से बुखार की शिकायत थी. शुक्रवार को पिता भूराराम अपने बच्चे को इलाज के लिए गांव के मेडिकल ले पहुंचा. आरोप है कि उस दौरान शिव नारायण नामक झोलाछाप ने मासूम को दवाई देने की बजाय इंजेक्शन लगा दिया. जिसके बाद बच्चे के मुंह से झाग निकलने लगा और वह बेहोश हो गया.
काफी देर तक बच्चे को होश नहीं आया. जिसके बाद मां ने बेटे को गोद में उठाया. वह उसे होश में लाने की कोशिश करती रही. लेकिन थोड़ी ही देर बाद बच्चे की मौत हो गई. उधर डॉक्टर भी वहां से फरार हो गया. घटना की जानकारी मिलते गांव के भारी संख्या में ग्रामीण गमौके पर इकट्ठा हो गए और मेडिकल स्टोर को घेर लिया, ग्रामीण और मृतक के परिजन झोलाछाप को गिरफ्तार करने की मांग करने लगे.
आनन फानन में मेडिकल स्टोर किया सीज
माहौल गरमाते देख मौके पर पहुंची पुलिस ने मृतक बच्चे के शव को कब्जे में लेकर अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया. वहीं, मेडिकल स्टोर को भी सीज कर दिया. वहीं दूसरी ओर मृतक के परिजन और ग्रामीण झोलाछाप को गिरफ्तार करने की मांग को लेकर धरने पर बैठ गए. परिजनों का आरोप है कि झोलाछाप के गलत इंजेक्शन लगाए जाने से मासूम की मौत हो गई. इसलिए झोलाछाप को गिरफ्तार किया जाए. परिजनों और गांव वालों ने झोलाछाप डॉक्टर की गिरफ्तारी होने तक शव उठाने से साफ इनकार कर दिया.
स्थानीय जनप्रतिनिधि और आरएलपी नेता पहुंचे मौके पर
बच्चे के मौत की जानकारी मिलने पर राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष उम्मेदाराम बेनीवाल, सरपंच प्रतिनिधि जालाराम थोरी समेत आसपास के जनप्रतिनिधि और समाज के मौजीज लोग मौके पर पहुंचे. सभी एकराय होकर आरोपी के खिलाफ कानूनन कार्रवाई की मांग करने लगे. ग्रामीणों का आरोप है झोलाछाप शिव नारायण स्कूली बच्चों को मेडिकल पर रखकर इंजेक्शन लगाने समेत मेडिकल के काम करवाता रहा है. आखिरकार, पुलिस ने शनिवार सुबह शव का पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सुपुर्द किया और मामला शांत करवाया.
परिजनों की रिपोर्ट पर पुलिस कर रही जांच
गिड़ा थानाधिकारी बगडूराम ने बताया कि मृतक बच्चे के परिजनों ने मेडिकल स्टोर के संचालक पर बच्चे को गलत इंजेक्शन लगाने से मौत होने का आरोप लगाया है. पुलिस ने रिपोर्ट के आधार पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. वहीं, पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया है. फरार डॉक्टर की तलाश जारी है. बता दें, पिछले 1 साल में बाड़मेर में 6 से ज्यादा बच्चों की झोलाछाप डॉक्टरों ने ऐसे ही जान ली है.