राजस्थान के बाड़मेर (Barmer) में जिला जेल में कैदी की संदिग्ध मौत का मामला सामने आया है. कैदी की मौत के बाद पुलिस और प्रशासन में हड़कंप मच गया. मृतक पिछले 9 महीने से जेल में था. पुलिस ने शव को जिला अस्पताल की मॉर्च्युरी में रखवा दिया है. फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है.
जानकारी के मुताबिक, बाड़मेर के चौहटन कस्बे के सनाऊ गांव का रहने वाला 34 वर्षीय जयसिंह जमीनी विवाद के मामले में हत्या के आरोप में 10 महीने से जेल में था. आरोपी पिछले कुछ दिनों ने चिकन पॉक्स (चेचक) की बीमारी से पीड़ित था. कहा जा रहा है कि बीमारी के चलते जयसिंह की जेल मौत हो गई है.
घटना की सूचना मिलते ही कलेक्टर निशांत जैन, एसपी नरेंद्रसिंह मीना, एसडीएम समुंद्र सिंह, शहर कोतवाल लेखराज सियाग समेत अधिकारी जिला कारागृह पहुंचे और मौका मुआयना कर शव कब्जे में लेकर मॉर्च्युरी में रखवा दिया.
परिजनों पर पुलिस बना रही दबावः रविंद्र भाटी
विधायक रविंद्रसिंह भाटी ने ट्वीट कर कहा कि मैं कुछ ही देर में बाड़मेर जेल पहुंच रहा हूं. भाटी ने आरोप लगाया कि पुलिस प्रशासन अपनी शर्मनाक हरकत छिपाने के लिए मृतक के परिजनों पर दबाव बना रहा है. इस मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए.
मृतक के रिश्तेदार का सवाईसिंह का आरोप है कि हमें जयसिंह के बीमार होने की कोई सूचना जेल की ओर से नहीं दी गई. अचानक सुबह सूचना मिली कि जयसिंह की मौत हो गई है. जयसिंह के साथ कोई अनहोनी होने की आशंका है. इसलिए प्रशासन इसकी न्यायिक जांच करवाकर परिजनों को न्याय दिलाए.
पिछले साल जून-जुलाई महीने में जमीनी विवाद में जयसिंह और रतनसिंह दो भाइयों ने एक व्यक्ति की हत्या कर दी थी. इसी मामले में दोनों को जेल हुई थी. परिजनों का आरोप है कि जयसिंह को जेल में जहर या अन्य कोई विषैला पदार्थ खिलाकर उसकी हत्या की गई है.
घटना को लेकर कलेक्टर ने क्या बताया?
कलेक्टर निशांत जैन का कहना है कि संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हुई है. ऐसे मामलों में न्यायिक जांच का प्रावधान है. हम मामले की न्यायिक जांच करवा रहे हैं और कैदियों का मेडिकल चेकअप भी करवा रहे हैं.
जिला कारागृह के जेलर राजेश डुकिया का कहना है कि कैदी की नेचुरल मौत हुई है. शव मॉर्च्युरी में रखवाया गया है. परिजनों को भी जेल प्रबंधन की ओर से सूचित कर दिया गया है.