राजस्थान में भजनलाल सरकार को बड़ी राहत मिली है. लोकसभा चुनाव के बाद इस्तीफा दे चुके ग्रामीण विकास एवं कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा रविवार को कैबिनेट की बैठक में पहुंचे. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में कर्मचारी पत्रकार कल्याण औद्योगिक इकाइयों में निवेश और सौर ऊर्जा के क्षेत्र में कई बड़े फैसले लिए गए. खास तौर पर राजस्थान सरकार ने राजस्थान इन्वेस्टमेंट प्रमोशन स्कीम को मंजूरी दी है. रविवार को इस बैठक की बड़ी बात यह भी रही कि लंबे समय से कैबिनेट बैठकों से गैरहाज़िर रहने वाले मंत्री किरोड़ी लाल मीणा आज बैठक में पहुंचे और एसआई भर्ती परीक्षा को रद्द करने, भर्तियों में तेजी लाने और तबादला नीति बनाने को लेकर अपनी बात रखी.
इस योजना के लागू होने से पर्यटन, निर्यात, खनन क्षेत्र में निवेश को बढ़ावा मिलेगा. इसमें एमएसएमई सेक्टर को भी कई रियायतें मिल सकेंगी. इसके चतुर्थ श्रेणी और वाहन चालकों, भर्ती में आठवीं की जगह दसवीं पास योग्यता अनिवार्य कर दी गई है. भर्ती भी अब राजस्थान कर्मचारी भर्ती चयन बोर्ड लिखित परीक्षा के माध्यम से करेगा.
बैठक में सौर ऊर्जा के प्रस्तावों को भी मंजूरी दी गई है. सौर ऊर्जा परियोजनाओं में 12 हजार करोड़ रुपये के निवेश का प्रस्ताव भी रखा गया है. सरकार की मंशा है कि पर्यावरण को नुकसान नहीं हो इसके लिए पेड़ काटे जाएं, तो दस गुना अधिक पेड़ लगाए लगाने का नियम बनाया गया है.
स्वतंत्र पत्रकारों के लिए बैठक में राजस्थान प्रेस प्रतिनिधि एक्रीडिटेशन नियमों में संशोधन करते हुए स्वतंत्र पत्रकारों के लिए न्यूनतम आयु को 50 साल से घटाकर 45 वर्ष किया गया है. इसके साथ ही अनुभव की सीमा को भी 25 साल से घटाकर 15 साल कर दिया गया है.
लोकसभा चुनावों के बाद पहली बार कैबिनेट बैठक में शामिल हुए मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि एसआई परीक्षा में बड़े पैमाने पर गड़बड़ियां सामने आई हैं. सरकार को इस परीक्षा को रद्द करना चाहिए. इसके अलावा किरोड़ी लाल मीणा ने भर्ती प्रक्रियाओं को तेज करने, एससी एसटी बैकलॉग पूरा करने और तबादले खोलने को लेकर भी मांग की. मुख्यमंत्री ने कहा इस संबंध में जल्दी आपसे अलग से बैठकर चर्चा की जाएगी.