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भगवान को ज्ञापन... मजिस्ट्रेट नहीं मिले तो बीजेपी नेताओं ने मंदिर में मांगा न्याय!

भीलवाड़ा जिले से एक अनोखा मामला सामने आया है. यहां बीजेपी नेताओं ने अपना ज्ञापन उपखंड मजिस्ट्रेट को देने के बजाय क्षेत्र के आराध्य देव के मंदिर पहुंचकर उनके चरणों में रखा और न्याय मांगा. इसको लेकर बीजेपी जिलाध्यक्ष ने कहा कि हम ज्ञापन देने के लिए उपखंड मजिस्ट्रेट कार्यालय पहुंचे थे. मगर, वो वहां नहीं थे. इसलिए मंदिर में आकर भगवान के चरणों में ज्ञापन रखा.

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ज्ञापन देने मंदिर पहुंचे बीजेपी नेता.
ज्ञापन देने मंदिर पहुंचे बीजेपी नेता.

राजस्थान में भीलवाड़ा जिले में बीजेपी द्वारा विरोध प्रदर्शन का अनोखा अनूठा नजारा देखने को मिला. यहां बीजेपी विधायक और जिलाध्यक्ष ने अपना ज्ञापन उपखंड मजिस्ट्रेट को देने के बजाय क्षेत्र के आराध्य देव भगवान चारभुजा नाथ के मंदिर पहुंचकर उनके चरणों में रखकर न्याय मांगा

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दरअसल, हुआ ये कि कोटडी ग्राम पंचायत के पूर्व सरपंच और बीजेपी नेता जमना लाल डीडवानिया को उनके सरपंच काल के दौरान एक पट्टे के मामले में पुलिस ने गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया था. यहां से उसे जमानत पर रिहा कर दिया गया. 

चारभुजा नाथ के मंदिर में रखा ज्ञापन

मगर, इस गिरफ्तारी को बीजेपी विधायक गोपीचंद मीणा और जिला अध्यक्ष लादू लाल तेली ने राजनीतिक द्वेष बताते हुए विरोध किया. इस दौरान बड़ी संख्या में लोगों ने उपखंड कार्यालय पर प्रदर्शन किया. इसके बाद बारी आई ज्ञापन देने की तो उपखंड मजिस्ट्रेट को देने के स्थान पर कोटडी के आराध्य देव भगवान चारभुजा नाथ के मंदिर पहुंचकर उनके चरणों में रख दिया.

'हमें कांग्रेस सरकार से न्याय की उम्मीद नहीं'

इस मामले में भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष लादू लाल तेली ने कहा कि कांग्रेस के नेताओं के दबाव में जिस तरह जमना लाल डीडवानीया को गिरफ्तार किया गया, उसके विरोध में पार्टी और सर्व समाज ने विधायक के नेतृत्व में प्रदर्शन किया.

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उन्होंने बताया कि ंइसके बाद हम ज्ञापन देने के लिए उपखंड मजिस्ट्रेट कार्यालय पहुंचे. मगर, वो वहां नहीं थे. इसलिए हमने मंदिर में आकर भगवान के चरणों में ज्ञापन रखा. हमें कांग्रेस सरकार से न्याय की उम्मीद भी नहीं है.

(रिपोर्ट- प्रमोद तिवारी)

 

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