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फसलों पर जमी बर्फ और तीसरे दिन भी नहीं छंटा कोहरा, शिमला-धर्मशाला से भी ठंडा हुआ भीलवाड़ा

Bhilwara News: वस्त्र नगरी के नाम से मशहूर भीलवाड़ा पिछले 3 दिनों से सुबह 4 से 5 घंटे तक कोहरे की चपेट में है. लगातार तीन दिन से यहां ठंड से लोगों को राहत नहीं मिल रही है. इसी के चलते जिला प्रशासन को 11 जनवरी तक स्कूलों में छुट्टियां घोषित करनी पड़ी हैं.

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खेतों में फसलों पर जमी बर्फ.
खेतों में फसलों पर जमी बर्फ.

Rajasthan News: देश की टेक्सटाइल सिटी भीलवाड़ा का न्यूनतम तापमान शुक्रवार को 1 .4 डिग्री सेल्सियस जा पहुंचा जबकि देश के ठंडे  इलाके शिमला का 2.2 और धर्मशाला का तापमान 5 डिग्री सेल्सियस बना हुआ है. वस्त्र नगरी के नाम से मशहूर भीलवाड़ा पिछले 3 दिनों से सुबह 4 से 5 घंटे तक कोहरे की चपेट में है. लगातार तीन दिन से यहां ठंड से लोगों को राहत नहीं मिल रही है. जिला प्रशासन ने 11 जनवरी तक स्कूलों में छुट्टियां घोषित कर दी हैं.

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जिले में आसींद उपखंड के गांवों में गुरुवार रात्रि को सर्दी ने ऐसे तेवर दिखाए कि शुक्रवार सुबह पारा जमाव बिंदु के पास पहुंचने से करजालिया गांव में खेत पर खड़ी मैथी सहित अन्य फसलों पर बर्फ की परत जम गई.

जिले में पिछले 3 दिन से लगातार जारी शीतलहर अब कोल्ड डे में बदल गई है. भीलवाड़ा का तापमान 1.2 डिग्री सेल्सियस होने से शिमला से 0.8 डिग्री और धर्मशाला से 3 .6 डिग्री सेल्सियस कम दर्ज किया गया है. तेज सर्दी से जनजीवन पूरी तरह से प्रभावित हो चुका है.

 जिला कलेक्टर आशीष मोदी ने सभी निजी और सरकारी स्कूलों में कक्षा 8 तक के छात्रों के लिए 11 जनवरी तक अवकाश घोषित कर दिया है. मौसम विभाग के अनुसार, जब न्यूनतम तापमान सामान्य तापमान से 10 डिग्री सेल्सियस कम हो या अधिकतम तापमान में सामान्य तापमान के मुकाबले 4 . 5 डिग्री सेल्सियस पारा नीचे हो तो उसे कोल्ड डे कहा जाता है. 

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कोल्ड डे में शीत दंश ( फास्ट बाइट ) का खतरा बढ़ जाता है यह खतरा शरीर के उन हिस्सों  में ज्यादा हो जाता है जिन्हें ढंका नहीं जा सकता. 

राजकीय माणिक्य लाल वर्मा महाविद्यालय के भूगोल के प्रोफेसर डॉक्टर कश्मीर भट्ट कहते हैं कि लगातार कम तापमान से हवा की क्वालिटी खराब होती जाती है.

गुरुवार को तापमान 1 .4 डिग्री सेल्सियस था तो एयर क्वालिटी इंडेक्स 187 पर चला गया. इसका सीधा सीधा मतलब है कि ऐसे वातावरण में जाने से व्यक्ति को बचना चाहिए, क्योंकि यह हवा सेहत बिगाड़ सकती है डॉक्टर भट्ट के अनुसार, मौसम साफ नहीं होने से प्रदूषण कारी तत्व वातावरण में ज्यादा फैल रहे हैं.  

(रिपोर्ट: प्रमोद तिवारी)

 

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