
Rajasthan News: भीलवाड़ा जिले के लुहारिया गांव स्थित एक सरकारी स्कूल की छात्रा से बदसलूकी को लेकर हुए बवाल के बाद अब शांति का माहौल है. पुलिस लगातार गांव में फ्लैग मार्च कर रही है. अजमेर रेंज की आईजी लता मनोज कुमार भी लुहारिया गांव में पहुंची हैं.
राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल लुहारिया के प्रिंसिपल विनोद जायसवाल ने इस घटना में लिप्त पाए जाने पर समुदाय विशेष के 4 छात्रों को स्कूल से निष्कासित कर दिया है. साथ ही उनके खिलाफ पुलिस में मामला भी दर्ज करवाया है.
भीलवाड़ा के जिला शिक्षा अधिकारी महावीर शर्मा ने बताया कि इस मामले में लापरवाही पाए जाने पर स्कूल प्रिंसिपल विनोद जायसवाल के खिलाफ विभागीय कार्रवाई प्रस्तावित की गई है.
अतिरिक्त जिला कलेक्टर डॉक्टर राजेश गोयल ने बताया कि लुहारिया गांव में स्कूल की घटना को लेकर दो पक्षों में विवाद हुआ. पथराव की घटना सामने आई. पुलिस बल ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रण में किया है. धरपकड़ जारी है. स्थिति नियंत्रण में कर्फ्यू लगाने जैसी कोई स्थिति नहीं है. दोनों पक्षों को समझाइश की भी कोशिश की जा रही है. अपराधियों को पकड़ने का प्रयास किया जा रहा है. स्कूल की छात्राओं को यूरिन पिलाने की बात सामने आई है. इसकी भी जांच की जा रही है.
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक घनश्याम शर्मा ने कहा कि आरोपियों के खिलाफ की गई कार्रवाई की मांग पर पुलिस और प्रशासन में सहमति बनी थी. मगर इसी दौरान कुछ लोग आए और उन्होंने दूसरे समुदाय की गली में घुसने का प्रयास किया. हमारी समझाइश के बाद भी वह नहीं माने. हल्का बल प्रयोग करके उन्हें खदेड़ा गया है. फिलहाल गांव में शांति है. पर्याप्त मात्रा में पुलिस फोर्स तैनात है. कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है. उनको चिन्हित करके उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कर सख्त कार्रवाई की जाएगी. कस्बे की शांति व्यवस्था भंग करने की किसी भी व्यक्ति को इजाजत नहीं दी जाएगी.
इस बीच, बीजेपी नेता राजेंद्र राठौड़ ने इसे शर्मनाक घटना बताते हुए घटना की निंदा की. राठौड़ ने ट्वीट किया, "सभ्य समाज में ऐसे कृत्य के लिए कोई जगह नहीं है. मैं इस घटना की कड़ी निंदा करता हूं."
उन्होंने कहा कि मामले में पुलिस द्वारा समय पर उचित कार्रवाई नहीं किए जाने से नाराज लोग आपस में भिड़ गए. उन्होंने यह भी कहा कि पथराव को रोकने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज के दौरान 'चुनिंदा लोगों' को निशाना बनाया. यह घटना कांग्रेस सरकार की तुष्टिकरण की राजनीति को दर्शाती है.
भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री कालू लाल गुर्जर ने कहा कि एक समुदाय विशेष के लड़कों ने स्कूल में पढ़ने वाली एक बच्ची की पानी की बोतल में यूरिन मिला दिया. इस कारण से तनाव हुआ है और लोगों ने बाजार बंद किए हैं. दोनों समुदाय में तनाव था. मगर एक समुदाय विशेष के लोगों ने पत्थर फेंक दिए और उसके कारण से झगड़ा हुआ और पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया. पुलिस को चाहिए कि पत्थर फेंकने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करे. आरोपियों के खिलाफ पुख्ता कार्रवाई नहीं होने से गांव में अभी भी रोष है. इस गांव में से तीन मामले हो चुके हैं. उन सब में दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए. पत्थर फेंकने वालों के खिलाफ कार्रवाई होना चाहिए. निर्दोषों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होनी चाहिए.
लुहारिया ग्राम पंचायत के सरपंच प्रतिनिधि भेरूलाल सालवी ने कहा, 8वीं क्लास में इकलौती बालिका पढ़ती है. वह लंच टाइम में बाहर आई थी. इसी बीच एक समुदाय विशेष के एक लड़के ने छात्रा की बोतल में यूरिन डाल दिया और वह निकल गया. बाद में उस लड़की ने पानी पी लिया और उसे शंका हुई तो वह रोने लगी. तब क्लास के दूसरे बच्चे ने बताया कि इसमें पेशाब कर दिया है. उस लड़के ने छात्रा के बैग में एक लव लेटर भी रख दिया था और भ्रमित करने के लिए दूसरे समुदाय के लड़के का नाम लिख दिया था.
सालवी ने बताया कि सारी घटना का प्रिंसिपल को पता चल गया था. मगर उन्होंने लापरवाही बरतते हुए कोई कार्रवाई नहीं की. अगर वह समय पर एक्शन ले लेते तो यह घटना इतनी नहीं बढ़ती. प्रिंसिपल और स्टाफ को हटाने की हमारी मांग थी. दोषी को पकड़वाने के लिए शांतिपूर्ण तरीके से ज्ञापन दे रहे थे. बाहर के व्यक्तियों ने आकर बस स्टैंड पर इकट्ठे होकर पत्थरबाजी कर दी और फिर मामला बढ़ गया.