राजस्थान के बीकानेर जिले में लूणकरणसर तहसील क्षेत्र में सहजरासर गांव में कुछ दिन पूर्व 1.5 बीघा जमीन 100 फीट नीचे धंस गई. जमीन धंसने के बाद यहां का नजारा कुछ ऐसा लग रहा है, जैसे यह विदेश की कोई जियोलॉजिकल साइट हो. ऐसे में लोग इस जगह की सेल्फी लेने और रील्स बनाने पहुंच रहे हैं. वहीं पुलिस ने इस जगह पर धारा 144 लगा रही है.
घटना के बाद बीकानेर जिला प्रशासन और भूगर्भ विशेषज्ञ अभी तक जांच में लगे हैं. जिला कलेक्टर नम्रता वृष्णि ने कहा कि एक जमाने में इसके नीचे तालाब या फिर कोई कुआं था. इस कारण शायद यह जमीन धंस गई है. जहां जमीन धंसी है वहां पर पास में सड़क भी थी. वह सड़क भी अब गड्ढे में चली गई है. अब युवा वहां पर जाकर रील्स बना रहे हैं, जो इन दिनों सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है.
प्रशासन ने गड्ढे के आसपास लगाई धारा 144
जब जमीन धंसने से बने गड्ढे के कारण लोगों की भीड़ उसे देखने पहुंचने लगी. उसके बाद प्रशासन की आंख खुली की कोई बड़ी अनहोनी घटना घटित ना हो जाए इसके लिए धारा 144 लगाकर, पुलिस की वहां ड्यूटी भी लगा ली है. जिससे कोई बड़ा हादसा ना हो. यह गड्ढा कौतुहल का विषय बना हुआ है.
लोगों ने गड्ढे को बिजलीगढ़ा नाम दिया
आसपास के लोग तो यह कह रहे हैं कि पहले बिजली गिरी थी. एक जमाने में जिसके बाद इस गड्ढे को बिजली गढ़ा के नाम से भी जाना जाता था. वहीं अब भूगर्भ वैज्ञानिक सभी एंगल से इसकी जांच कर रहे हैं कि आखिरकार यह एक 1.5 बीघा जमीन 100 फीट नीचे कैसे चली गई.
प्रशासन से गांव वालों ने लगाई गुहार
प्रशासन से गांव वालों ने गुहार लगाई है कि भूगर्भ वैज्ञानिकों की सहायता से समय-समय पर जमीन की सुध ली जाए. पानी जहां जहां कम होता जा रहा है. वहां से पब्लिक को अन्य सुरक्षित इलाकों में पहुंचाया जाए. इससे भविष्य में कोई बड़ा हादसा घटित नहीं होकर बड़ी जनहानि नहीं हो.