राजस्थान की चुनावी रणभेरी में भाजपा सांसद दीया कुमारी ने बुधवार को शुभ मुहूर्त में जयपुर की विद्याधर नगर सीट से नामांकन भर दिया.
साल 2013 में सवाईमाधोपुर से विधायक बनी दीया कुमारी वर्तमान में राजसमंद से सांसद भी हैं और इस बार सांसदों के विधायकी परिवर्तन में उन्हें भी वापस विधायक का टिकट मिला है.
एक बार विधायक और एक बार सांसद रहीं दीया कुमारी ने चुनाव आयोग को दिए एफिडेविट में अपनी संपत्ति का भी खुलासा किया है, जिसमें उनकी संपत्ति में 2.60 करोड़ रुपए का इजाफा हुआ है.
हलफनामे में दी है यह जानकारी
दीया कुमारी के हलफनामे के मुताबिक, उन्होंने 28 कंपनी और म्यूचुअल फंड-ई में 14 करोड़ 85 लाख से ज्यादा की धनराशि लगा रखी है. वहीं, FDR में डेढ़ करोड़ के करीब रुपए लगा रखा है. इसके अलावा 8 बैंकों के बचत खातों में एक करोड़ 48 लाख से ज्यादा की रकम जमा है और करंट अकाउंट में 92 लाख से अधिक की रकम जमा है.
दीया कुमारी के एफिडेविट में सकल कुल मूल्य 19 करोड़ 19 लाख 87 हजार से ज्यादा है. जबकि, साल 2013 विधानसभा चुनाव के वक्त दीया कुमारी की संपत्ति कुल 9 करोड़ 64 लाख थी.
यही नहीं वर्ष 2019 लोकसभा चुनाव के नामांकन में दिए ब्यौरे में उन्होंने कुल आय 16 करोड़ 59 लाख रुपए होने का दावा किया था.
भाजपा प्रत्याशी दीया कुमारी के एफिडेविट के मुताबिक वह हर साल औसतन 2 करोड़ रुपए से भी ज्यादा इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करती हैं. पिछले पांच सालों के दौरान सबसे ज्यादा टैक्स वित्तीय वर्ष 2019-20 में 3 करोड़ 27 लाख रुपये तक भरा है.
- 2018-19 में 2 करोड़ 39 लाख रुपये
- 2019-20 3 करोड़ 27 लाख रुपये
- 2020-21 1 करोड़ 54 लाख रुपये
- 2021-22 3 करोड़ 73 लाख रुपये
- 2022-23 2 करोड़ 88 लाख रुपये
दिल्ली, मुंबई में लंदन में की पढ़ाई
बता दें कि, जयपुर के पूर्व राजपरिवार महाराजा सवाई भवानी सिंह और पद्मिनी देवी की इकलौती बेटी दीया कुमारी का जन्म 30 जनवरी 1971 पूर्व राजपरिवार में हुआ.
दीया कुमारी ने नई दिल्ली की मॉडर्न स्कूल, मुंबई की जीडी सोमानी मेमोरियल स्कूल और जयपुर की महारानी गायत्री देवी गर्ल्स पब्लिक स्कूल से पढ़ाई की है. इसके बाद उन्होंने लंदन में डेकोरेटिव आर्ट्स का कोर्स किया.
साल 2013 में बनीं विधायक, 2019 में सांसद
अपनी खूबसूरती और राजनीतिक सूझबूझ के लिए पहचानी जाने वाली दीया का राजनीतिक सफर बेहद ही शानदार रहा है. उन्होंने साल 2013 में भारतीय जनता पार्टी जॉइन करने के बाद उसी साल सवाई माधोपुर से विधानसभा चुनाव लड़ा और विधायक बनीं.
इसके बाद वह 2019 में राजसमंद सीट से लोकसभा का चुनाव लड़ी और सांसद बनीं. वर्तमान में दीया कुमारी राजस्थान बीजेपी में महिला मोर्चे की प्रदेश प्रभारी हैं. राजनीति के अलावा वह अपना खुद का एनजीओ भी चलाती हैं. इसके साथ ही स्कूल और होटल व्यवसाय में भी उनकी खास रुचि है.
दीया के लिए पूर्व सीएम के दामाद का बीजेपी ने काटा टिकट
फिलहाल जयपुर में भाजपा का गढ़ कह जाने वाले विद्याधर नगर सीट से पार्टी ने उन्हें प्रत्याशी बनाया है और उसके लिए पार्टी ने पूर्व उपराष्ट्रपति और पूर्व मुख्यमंत्री भैरोसिंह शेखावत के दामाद वर्तमान विधायक नरपत सिंह राजवी तक का टिकट काट दिया.
'वसुंधरा का विकल्प हैं दीया कुमारी'
हालांकि, उनको टिकट देने के बाद किसी तरह का कोई विरोध भी नहीं हुआ. विद्याधर नगर विधानसभा क्षेत्र की जनता का मानना है कि दीया कुमारी पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का विकल्प हैं और भविष्य में प्रदेश की मुख्यमंत्री के तौर पर उन्हें देखा जा रहा है.