राजस्थान का भरतपुर पहलवानों के लिए प्रसिद्ध रहा. यहां के कई पहलवानों ने देश का नाम रोशन किया है. अब पूर्व भारतीय बॉक्सिंग कोच स्वतंत्र राज सिंह की देखरेख भरतपुर के युवा अपने मुक्के का दम दुनिया को दिखाएंगे. हालांकि हरियाणा के भिवानी जिले को बॉक्सिंग का बड़ा हब माना जाता है. यहां से के मुक्केबाजों ने देश का नाम रोशन किया है.
द्रोणाचार्य अवार्डी बॉक्सिंग कोच स्वतंत्र राज सिंह का कहना है कि यहां के युवाओं में बॉक्सिंग को लेकर काफी क्रेज है. इससे उन्हें नई प्रतिभाएं ढूंढने में मदद मिलेगी. उनका फोकस बच्चों को बेहतरीन कोचिंग देने पर होगा. शुरुआत से ही उनकी तकनीक और फिटनेस पर खासा ध्यान दिया जाएगा. अकादमी की फीस बहुत कम रखी गई है, जिससे हर तबके के बच्चे को बॉक्सिंग में अपने करियर बनाने का मौका मिल सकता है. उनकी अकादमी में 5 साल की उम्र के बच्चे भी बॉक्सिंग के गुर सीख रहे हैं.
गरीब बच्चे भी बॉक्सिंग में बना सकेंगे अपना करियर
इसके बॉक्सिंग के प्रति लड़कियों के क्रेज को देखते हुए खास तरह का प्रोग्राम डिजाइन किया गया है. जिससे उन्हें ज्यादा से ज्यादा एक्सपोजर मिल सके. हांगझोऊ एशियन गेम्स में पुरुषों के मुकाबले बेहतरीन प्रदर्शन किया है. स्वतंत्र राज सिंह का कहना है कि कोच खिलाड़ियों को सही तरीके से टेकल नहीं कर पाए. जिसकी वजह पदक में कमी आई है, ओलंपिक और एशियन में पदक जीतने के लिए खिलाड़ियों में उत्साह, धैर्य, सकारात्मक सोच की बेहद जरूरत होती है.
हरियाणा की तरह राजस्थान से भी निकलेंगे वर्ल्ड क्लास बॉक्सर
पूर्व ओलंपियन और भारतीय टीम मुक्केबाजी कोच धर्मेंद्र सिंह यादव का कहना है कि हरियाणा के तरह अब राजस्थान बच्चे भी खेल में अपनी करियर बनाने की कोशिश कर रहे हैं. पिछले कुछ सालों में देखने में आया है कि राजस्थान सरकार खेलकूद पर ज्यादा ध्यान दे रही है, जिसकी वजह से बच्चों और उनके माता-पिता का झुकाव तरफ ध्यान इस तरफ आया है. आने वाले समय में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अच्छे परिणाम देखने को मिलेंगे.
बता दें, स्वतंत्र राज सिंह की गिनती दुनिया के बेहतरीन बॉक्सिंग कोच में होती है. देश के जाने माने पहले प्रोफेशनल बॉक्सर और पूर्ण ओलंपिनय धर्मेंद्र सिंह यादव ने उन्हीं की देखरेख में देश का नाम ऊंचा किया था. प्रोफेशनल बॉक्सिंग में धर्मेंद्र सिंह यादव के नाम लगातार 6 जीत का रिकॉर्ड है. धर्मेंद्र भी भारतीय बॉक्सिंग पुरुष टीम के साथ बॉक्सिंग कोच के तौर पर जुड़े हैं. मौजूदा दौर में उनकी गिनती दुनिया के सबसे फिट कोच के तौर पर होती है.