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राजस्थान पेपर लीक: दो केस, 57 अरेस्ट, 46 कैंडिडेट्स के ताउम्र परीक्षा देने पर रोक

राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) की सीनियर टीचर परीक्षा में हुए पेपर लीक मामले में बड़ा एक्शन लिया गया है. नकल गिरोह में शामिल 46 परीक्षार्थियों के भर्ती परीक्षा देने पर अजीवन रोक लगा दी गई है. बता दें कि इस मामले का मास्टरमाइंड सुरेश ढाका फिलहाल फरार चल रहा है.

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सांकेतिक तस्वीर
सांकेतिक तस्वीर

राजस्थान लोक सेवा आयोग की टीचर भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मामले में बड़ा एक्शन लिया गया है. उदयपुर में परीक्षा के दौरान नकल गिरोह में शामिल 46 परीक्षार्थियों के अजीवन भर्ती परीक्षा में शामिल होने पर रोक लगा दी गई है. पेपर लीक के मुख्य आरोपी भूपेंद्र बिश्नोई और सुरेश ढाका के खिलाफ पहले ही गिरफ्तारी वारंट जारी हो चुका है. 

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उदयपुर पुलिस फरार चल रहे सुरेश ढाका पर 25 हजार रुपये का इनाम भी घोषित कर चुकी है. पेपर लीक होने के बाद परीक्षा रद्द कर दी गई थी, जो अब अब 29 जनवरी को आयोजित कराई जाएगी. पेपर लीक मामले में आरोपी भूपेंद्र सारण और सुरेश ढाका फरार चल रहे हैं. एसपी विकास शर्मा ने बताया कि द्वितीय श्रेणी भर्ती परीक्षा के संबंध में 23 दिसंबर को दो मामले दर्ज किए गए थे. इसके बाद 57 लोगों की गिरफ्तारी हुई थी, जिन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.

आरोपियों पर एक्शन के साथ ही राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड से अनुरोध किया गया था कि सभी 46 परीक्षार्थियों के आजीवन भर्ती परीक्षाओं में शामिल होने पर रोक लगाई जाए. इसके बाद चयन बोर्ड ने इन 46 परीक्षार्थियों के भर्ती परीक्षा में शामिल होने पर रोक लगा दी है.

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दो आरोपी जीजा-साले

राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) की सीनियर टीचर परीक्षा में सामान्य ज्ञान (GK) का पेपर लीक कराने में 4 मास्टरमाइंड हैं. इनमें दो तो रिश्ते में जीजा-साले हैं और एक पेशे से डॉक्टर है. पुलिस के मुताबिक इस मामले में मास्टरमाइंड जोधपुर निवासी सुरेश विश्नोई और उसके जीजा सुरेश ढाका समेत पीराराम साहू और भूपेंद्र सारण शामिल हैं. पेपर लीक मामले में आरोपी सुरेश ढाका के अलावा भूपेंद्र सारण भी फरार है. 

10 लाख रुपये में सौदा

राजस्थान एसओजी और पुलिस की टीमों ने पेपर लीक होने की गुप्त सूचना पर परीक्षार्थियों से भरी एक प्राइवेट बस को बेकरिया थाना क्षेत्र में रोका था. इसी बस में यात्रा कर रहे परीक्षार्थियों के पास परीक्षा से पहले पेपर पहुंच गया था. जांच में 37 परीक्षार्थी लीक हुए पेपर के साथ पाए गए और मास्टरमाइंड सहित सात लोग अन्य डिवाइज के साथ मिले थे. ये सभी जालोर जिले के रहने वाले हैं. पुलिस ने बताया कि मास्टरमाइंड और स्कूल के वाइज प्रिंसिपल सुरेश विश्नोई ने पेपर उपलब्ध कराने के एवज में 10 लाख रुपये परीक्षार्थियों से लिए थे.

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