राजस्थान में कांग्रेस के एक विधायक का वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वो महिलाओं पर टिप्पणी करते हुए कह रहे हैं, जिसको भी बड़ा नेता बनना होगा, वो पैर दबाएगी. कांग्रेस विधायक का ये वीडियो विधानसभा के अंदर का है. इस वीडियो को प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष मदन राठौड़ ने शेयर किया.
मदन राठौड़ ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'X' पर वीडियो शेयर कर कहा कि नारी शक्ति के प्रति कांग्रेस के नेताओं की यह सोच शर्मनाक और निंदनीय है. लगता हैं लोकतांत्रिक मूल्यों के साथ नैतिक मूल्य भी कांग्रेसी विधायक भूल गए हैं.
यह वायरल वीडियो 5 अगस्त की रात का है, जब कांग्रेस विधायक मुकेश भाकर के निलंबन और हरि मोहन शर्मा व अनीता जाटव से मार्शलों द्वारा की गई बदसलूकी के खिलाफ विपक्षी दल के विधायक विधानसभा में धरना दे रहे थे.
दरअसल, बीते 5 अगस्त को विधानसभा में जमकर हंगामा हुआ था. स्पीकर वासुदेव देवनानी और कांग्रेस विधायक मुकेश भाकर आमने-सामने हो गए थे. जिसके बाद कांग्रेस विधायक मुकेश भाकर के खिलाफ मुख्य सचेतक जोगेश्वर गर्ग ने प्रस्ताव रखा और भाकर को सदन की कार्यवाही से पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया. इसके बाद स्पीकर ने भाकर को बाहर निकालने के लिए मार्शल को निर्देश दिए थे. कांग्रेस की महिला विधायकों ने मुकेश भाकर को बाहर निकालने से रोकने के लिए मार्शल का विरोध किया, जिस पर विधायकों का आरोप है कि मार्शल के साथ धक्का-मुक्की में उनकी चूड़ियां टूट गई. उनका कहना था कि सदन में महिला विधायक सुरक्षित नहीं हैं तो कहां सुरक्षित होऊंगी.
डोटासरा ने क्या कहा?
वहीं मुकेश भाकर के निलंबन के खिलाफ कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद डोटासरा ने कहा कि सदन की कार्यवाही से कांग्रेस विधायक मुकेश भाकर जी का निलंबन इनकी तानाशाही का नमूना है. सत्ता के घमंड में चूर भाजपा सरकार सदन में जनता के मुद्दों पर जवाब देने की जगह विपक्ष की आवाज़ को कुचलने का कुप्रयास कर रही है.
जूली बोले- लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं का हनन
वहीं, नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने मुकेश भाकर के निलंबन को पूरी तरह गलत बताते हुए कहा "राजस्थान की बीजेपी सरकार लगातार लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं का हनन कर रही है. सदन के अंदर जनता से जुड़े विषयों को लेकर सत्ता पक्ष के लोग लगातार स्वयं गतिरोध उत्पन्न करते हैं और सवालों के जवाब देने से कतराते हैं. आज सदन में जो हुआ, उसमें भाजपा का रवैया साफ है कि वह जनता से जुड़े मुद्दों पर कोई जवाब नहीं देना चाहती. आज जिस प्रकार कांग्रेस के साथी विधायक सदस्यों के साथ सदन में दुर्व्यवहार हुआ, वह निंदनीय है."
बीजेपी सरकार की तानाशाही सोच का नतीजा: गहलोत
पहले विधानसभा में कांग्रेस विधायक मुकेश भाकर का निलंबन और जबरन निष्कासन फिर मार्शलों द्वारा हरि मोहन को जमीन पर गिराना और महिला विधायक अनीता जाटव से बदसलूकी कर उनकी चूड़ियां तक तोड़ देने की मैं कड़े शब्दों में निंदा करता हूं. यह राज्य की BJP सरकार की तानाशाही सोच का नतीजा है जिसके कारण चुने हुए जनप्रतिनिधियों के साथ ऐसा दुर्वव्यहार किया गया.
सचिन पायलट बोले- ये बेहद दुर्भाग्यपूर्ण
कांग्रेस विधायक के निलंबन पर पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने कहा है कि विधान सभा में प्रतिपक्ष के विधायकों के साथ जिस प्रकार का अलोकतांत्रिक व पक्षपातपूर्ण व्यवहार किया जा रहा है, वह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है. विधायक मुकेश भाकर का निलंबन तानाशाही को प्रमाणित करता है. इसके साथ ही हरि मोहन और अनीता जाटव के साथ अमर्यादित व्यवहार किया गया जो लोकतांत्रिक मूल्यों को आहत करने वाला है.