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Congress : उदयपुर में अगले महीने कांग्रेस का राष्ट्रीय चिंतन शिविर! क्या मंथन से मिल पाएगी पार्टी को राह?

सीएम अशोक गहलोत ने राष्ट्रीय चिंतन शिविर के आयोजन स्थल के अंतिम निर्णय से पहले खुद वहां जाकर दौरा किया. चिंतन शिविर मई में आयोजित हो सकता है. सूत्रों के अनुसार पार्टी की प्रदेश इकाई अंतिम निर्णय लेने से पहले उदयपुर में आयोजन स्थलों की सूची केंद्रीय इकाई को भेजेगी.

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सोनिया गांधी और राहुल गांधी (फाइल फोटो)
सोनिया गांधी और राहुल गांधी (फाइल फोटो)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • सीएम अशोक गहलोत ने किया आयोजन स्थल का दौरा
  • केंद्रीय इकाई को भेजी गई आयोजन स्थल की सूची

उदयपुर में कांग्रेस ने राष्ट्रीय स्तर का चिंतन शिविर करने का निर्णय लिया है. सीएम अशोक गहलोत ने आयोजन स्थल के अंतिम निर्णय से पहले वहां जाकर दौरा किया. चिंतन शिविर मई में हो सकता है. सूत्रों के अनुसार पार्टी की प्रदेश इकाई अंतिम निर्णय लेने से पहले उदयपुर में आयोजन स्थलों की सूची केंद्रीय इकाई को भेजेगी.

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मालूम हो कि चिंतन शिविर से पहले कांग्रेस में गत दिनों से राजनीतिक हलचल भी तेज हो गई है. पार्टी आंतरिक कलह से जूझ रही, पार्टी लगातार चुनाव हार रही है और नेतृत्व परिवर्तन की मांग उठती रहती है, अब देखना यह होगा कि ऐसे सवालों से घिरी पार्टी चिंतन शिविर में किन मुद्दों को अहमियत देती है.

Himachal Pradesh: हिमाचल के 'द्वार' पर कांग्रेस की अंदरूनी रार, PCC चीफ बदलने की तैयारी

सोनिया से मिलीं महबूबा मुफ्ती

जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने सोमवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की थी. यह मुलाकात सियासी तौर पर इसलिए भी काफी अहम मानी जा रही है, क्योंकि जम्मू-कश्मीर से धारा 370 के हटने और केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद अब विधानसभा सीटों के लिए परिसीमन का काम अंतिम चरण में है. जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव की संभावनाओं के बीच महबूबा मुफ्ती की सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद सवाल उठ रहे हैं कि कांग्रेस क्या नेशनल कॉन्फ्रेंस का साथ छोड़कर पीडीपी के साथ हाथ मिलाएगी या फिर दोनों ही दलों को साधकर रखेगी?

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कांग्रेस में पीके को लेकर मंथन जारी

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के आवास पर शनिवार को हाईलेवल मीटिंग हुई थी, जिसमें चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर भी शामिल हुए थे. इसके बाद सोमवार को भी प्रशांत किशोर 10 जनपथ पर हुई मीटिंग में शामिल हुए थे. प्रशांत किशोर को कांग्रेस ने पार्टी में शामिल होने का न्योता दिया था. सूत्रों के मुताबिक प्रशांत किशोर कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं. लेकिन पार्टी उन्हें सलाहकार के रूप में इस्तेमाल नहीं करेगी, बल्कि नेता के रूप में काम करने के लिए कहा गया है. 

सांप्रदायिक हिंसा पर चुप रहते हैं पीएम: गहलोत

राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सांप्रदायिक हिंसा की घटनाओं पर चुप रहने का आरोप लगाया था. उन्होंने कहा था कि प्रधानमंत्री सांप्रदायिक हिंसा पर चुप रहते हैं. उन्हें सामने आकर कहना चाहिए कि फर्क नहीं पड़ता कि आरोपी किस जाति या वर्ग का है...वह सामने आकर सांप्रदायिक हिंसा की निंदा नहीं करते.''
 

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